मप्र / भोपाल में बेतरतीब होर्डिंग हट गए हैं अौर भानपुर खंती भी साफ हो गई है

मप्र / भोपाल में बेतरतीब होर्डिंग हट गए हैं अौर भानपुर खंती भी साफ हो गई है



केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा मंगलवार को भोपाल में थे। उन्होंने स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए जगह-जगह तैयारियों का जायजा लिया। मिश्रा ने कहा कि इस बार भोपाल काफी बदला हुआ है। पूरे शहर से बेतरतीब होर्डिंग हट गए हैं। लैंड फिल साइट यानी भानपुर कचरा खंती का रेमेडिएशन हो चुका है। भोपाल ने इस साल में स्वच्छता को लेकर बहुत ही शानदार काम किया है।


सवाल-जवाब ... भोपाल ने अपनी कमियों को दुरुस्त कर लिया है


सवाल : दूसरे शहरों के मुकाबले स्वच्छता में भोपाल कहां खड़ा है?
जवाब : भोपाल की खासियत बड़ी झील, नैसर्गिक सुंदरता व हरियाली है। दस दिन पहले मैं उज्जैन और इंदौर गया था, वहां भी सफाई व्यवस्था अच्छी है। एक शहर को दूसरे से तुलना नहीं कर सकते।
 


सवाल : स्वच्छता के पैमाने पर भोपाल को 10 में से आप कितने नंबर देंगे?
जवाब : सर्वे टीम यह तय करेगी। लेकिन एक बात समझना पड़ेगी कि पिछले सर्वे में भोपाल लैंड फिल साइट यानी भानपुर कचरा खंती से कचरे का निष्पादन न करने के कारण ज्यादा पिछड़ गया था। उस कमी को भोपाल ने दुरुस्त कर लिया है। बेतरतीब होर्डिंग हटने से पूरा शहर खुला-खुला सा लग रहा है। 


व्यापारियों ने लगाया जबरन विस्थापन का आरोप- स्मार्ट सिटी के एबीडी एरिया में निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे मिश्रा को व्यापारियों ने बीच रास्ते में रोक लिया। व्यापारियों का कहना था कि बुलेवर्ड स्ट्रीट जैसे प्रोजेक्ट के कारण उन्हें जबरिया विस्थापित किया जा रहा है। मिश्रा ने आश्वस्त किया कि किसी को भी जबरिया विस्थापित नहीं किया जाएगा।



Popular posts
संकेत / भोपाल में 10 साल से नहीं बदली भाजपा की टीम, अब बदलेंगी जिम्मेदारियां
कोरोना को भी नहीं छोड़ा / सार्क की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में पाकिस्तान ने कश्मीर का ही राग अलापा; 7 देशों के प्रमुख शामिल हुए, लेकिन इमरान नहीं आए
जम्मू-कश्मीर / अनंतनाग में चार आतंकी ढेर; बाथरूम में गड्‌ढा खोदकर छिपे थे, सुरक्षा बलों ने वहीं एनकाउंटर किया
भारत में साल भर में करीब 1 करोड़ टूरिस्ट आते हैं, उसका 20% तक मार्च-अप्रैल में आ जाते हैं; वीजा पर प्रतिबंधों से सरकार को 33 से 34 हजार करोड़ का नुकसान संभव
Image
राजनीति / मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस की मांग- प्रियंका गांधी को हमारे यहां से राज्यसभा भेजा जाए; अब सोनिया गांधी निर्णय लेंगी