भास्कर खास / मप्र में खोले जाएंगे फिल्म निर्माण ट्रेनिंग सेंटर -सीएम
विभाग और प्रयास प्रोडक्शन मुंबई द्वारा पर्यटन नगरी के शिल्पग्राम में आयोजित 5 वें अंतरराष्ट्रीय खजुराहो फिल्म महोत्सव का मंगलवार शाम मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उद्घाटन किया। फिल्म महोत्सव का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र के युवा कलाकारों को पर्याप्त अवसर मिले, इसके लिए मध्यप्रदेश में फिल्म नीति बनाई जाएगी। प्रदेश में फिल्म निर्माण ट्रेनिंग सेंटर खोले जाएंगे। मुखयमंत्री ने छतरपुर जिले में जल्द ही महाराजा छत्रसाल महाेत्सव शुरू करने का एेलान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश को फिल्म फ्रेंडली प्रदेश बनाया जाएगा। उन्होंने यहां फिल्म सिटी भी बनाए जाने की बात कही, जिससे यहां के कलाकारों को पर्याप्त अवसर मिल सके। उन्होंने कहा है कि कस्बों, ब्लाॅक और तहसील स्तर पर छोटे स्क्रीन लेंगे। इस दिशा में कार्य किया जाएगा। फिल्म निर्माण की तकनीक में पहले से बहुत परिवर्तन हो गया है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड को विकास के नक्से पर लाया जाएगा और यहां के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम किसानों के लिए तो नीति बना ही रहे हैं, युवाओं के लिए भी नई नीति तैयार की जाएगी।
ताकि प्रदेश से बेराेजगारी हटे और हर युवा को रोजगार मिल सके। मुख्यमंत्री ने गांधी द्वार और 8 टपरा टॉकीजों का भी उद्घाटन किया। इससे पहले राजनगर विधायक विक्रम सिंह नातीराजा ने अपने उद्बोधन में क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया। उन्होंने इस क्षेत्र के विकास के लिए कदम उठाए जाने की भी मांग की।
काॅमेडी थीम में व्यक्ति को निराशा से मिलेगी मुक्ति
फिल्म फैस्टीवल के चेयरमैन राजा बुंदेला ने कहा कि 5 साल पूर्व खजुराहो फिल्म महोत्सव की शुरुआत की थी। इस आयोजन को लेकर हमारा उद्देश्य है कि बुंदेलखंड क्षेत्र के कलाकारों को और उनकी कला को प्रोत्साहन मिले, वे लगातार प्रयास कर रहे हैं। हर बार हम नई थीम रखते हैं। इस साल हमारी थीम काॅमेडी पर आधारित है। तनाव अाैर निराश व्यक्ति कॉमेडी के माध्यम से इससे दूर रह सके। उन्होंने फिल्म महोत्सव में मध्यप्रदेश शासन और मुख्यमंत्री के सहयोग की भी सराहना की।